Love Shayari


इस बार भी अकेले हैं , हर बार की तरह.
हम बदले नहीं हैं, तेरे किरदार की तरह.

महोब्बत में झुकना कोई अजीब बात नही
सूरज भी तो ढल जाता है चांद के लिये

सच्चा प्यार करने वाला जिंदगी में
एक ही बार मिलता है
उन्हें कभी मत खोना

जिनकी याद में हम दीवाने हो गए, वो हम ही से बेगाने हो गए।
शायद उन्हें तालाश है अब नये प्यार की, क्यूंकि उनकी नज़र में हम पुराने हो गए।।

चाह कर भी दूर क्यूं मैं तुमसे हो पाता नहीं,
ऐसा क्या जादू किया है तूने मुझपे,
की मैं अब रातों को सो पाता नहीं।।

कभी तो आकर बिखर जाओ न मुझमे..
मुझे सुकून तो मिले तुम मेरे हो।

दो मुलाकात क्या हुई हमारी तुम्हारी….
निगरानी में सारा शहर लग गया।

हम भीग लिए इस बारिश में,
इस उम्मीद के सहारे,
कही इन बादलों में तेरे ही शहर का पानी हो!!

हमें सीने से लगाकर हमारी सारी कसक दूर कर दो
हम सिर्फ तुम्हारे हो जाऐ हमें इतना मजबूर कर दो

माना उदासियों में हूँ इन दिनों…
फिर भी तुम्हें सोचकर मुस्कुरा देता हूँ..